बिहार में बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) परीक्षा में अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। प्रसिद्ध राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार इस अवधि में उचित कार्रवाई नहीं करती है, तो वे छात्रों के समर्थन में व्यापक आंदोलन शुरू करेंगे।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब बीपीएससी परीक्षा में कथित अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन किया, और पुलिस ने उन पर बल प्रयोग किया। इस घटना ने राज्य में राजनीतिक बहस को तेज कर दिया है, और विभिन्न दलों के नेता इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने सरकार से मांग की है कि वह छात्रों की समस्याओं का समाधान करे और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा है कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो वे छात्रों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
इस बीच, राज्य सरकार ने कहा है कि वह छात्रों की चिंताओं को गंभीरता से ले रही है और परीक्षा प्रक्रिया की समीक्षा कर रही है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी।
छात्र संगठनों ने भी अपने आंदोलन को जारी रखने की घोषणा की है और कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे शांत नहीं बैठेंगे। इस मुद्दे पर राज्य में राजनीतिक तापमान बढ़ता जा रहा है, और सभी की निगाहें सरकार की आगामी कार्रवाई पर टिकी हैं।
More Stories
दही-चूड़ा भोज के बहाने राजनीतिक माहौल में गर्मी, बिहार की सियासत में ‘खेला’ की तैयारी!
सीएम नीतीश कुमार ने जारी किया बिहार सरकार का कैलेंडर, जनवरी से दिसंबर तक की खास उपलब्धियां शामिल
बिहार के करीब पहुंचा HMPV वायरस, अस्पतालों में तैयारियों का हाई अलर्ट!