हमारे बीच में कितने तरह के फूल पौधे होते हैं, जो देखने में बेहद प्यारा और खूबसूरत लेगते हैं, जिनकों देखने के बाद आंखों को अलग से ठंडक मिलती हैं और सारी थकान दूर हो जाती हैं ! हमारे बीच कितनी लोग ऐसे भी हैं जो अपने घरों में कई तरह के फूलों के पौधे लगाना पसंद करते हैं और कई लोग ऐसे जिन्होंने अपने घर में ही एक छोटा सा फूलों का बाग बनाया हो और उसमें कई तरह के फूलों को लगाते हैं।
हमारे आस-पास लगे फूलों को देख ज्यादा खुशी तब होती है जब आपके फूलों पर तितली और भंवरे मंडराते हुए नजर आते हैं ! वैसे तो भंवरे बसंत ऋतु में काफी ज्यादा संख्या में दिखाई देते हैं ! एक भंवरे का जीनस बॉम्बस में 250 से ज्यादा प्रजातियों में से एक है, जो मधुमक्खी परिवारों में से एक प्रजाति का हिस्सा माना जाता है ! यह जाति जनजाति बॉम्बिनी में एकमात्र विलुप्त होने वाला समूह है ! हालांकि कुछ विलुप्त संबंधित पीढ़ी जीवाश्मों से जानी जाती है ।
चंपा के फूलों पर नहीं बैठता भंवरा
भंवरे ज्यादा तर फूलों पर ही पाए जाते हैं वो फूलों में अपने मन मुताबिक सर चुसने का काम करते हैं और गुंजन करते रहते हैं ! भंवरे और फूलों के रिश्ते कों प्यार का रिश्ता भी माना जाता है ! इन दोनों पर न जाने कितने गाने भी बन चुके हैं जो लोग अक्सर गुनगुनाते रहते हैं ! अब यहां एक चौंकाने वाली बात और जानकारी ये सामने आती हैं कि दुनिया में एक ऐसा फूल भी है जिस पर भंवरा कभी नहीं बैढ़ता ! जी हां, और वो फूल हैं चंपा का
चंपा के फूल पर कोई भी किड़ा नहीं मंडराता
हैं ना काफी चौंका देने वाली हैं कि भंवरा चंपा के फूल पर कभी नहीं बैठता और भंवरा चंपा के फूल की उत्कट गंध के कारण इनके आस-पास भी नहीं भटकते ! ना केवल भंवरा बल्कि चांपा के फूल के पास ततैया, मधुमखिया भी नहीं बैठते और इसके पीछे का कारण हैं इसका परागण नहीं होता ! यह फूल वासना रहित माना जाता है ! इसके अलावा अगर चंपा के फूल के बारे में बात की जाए तो इसका पौधा लगभग 6 से 8 मीटर ऊंचा होता है !
ऐसे होता है चंपा का फूल
बता दें कि ये पेड़ हमेशा हरा ही रहता है ! पेड़ के तने सीधे, बेलनाकार, गहरे भूरे या भूरे रंग के होत हैं ! इसके पत्ते सीधे, 10-30 सेमी लम्बे, 4 से 10 सेमी चौड़े, नुकीले, चिकने और चमकीले होते हैं ! साथ ही चंपा के फूल सुंदर और बहुत ही ज्यादा से ज्यादा सुगन्धित होते हैं ! इसके अलावा फूल हल्के पीले रंग के होते हैं !
इसके इस पेड़ के फल 7.5 से 10 सेमी लम्बे, अण्डाकार या नुकीले अण्डाकार होते हैं ! फल गहरे भूरे रंग के होते हैं ! चंपा के बीज गोलाकार, चमकीले होते हैं जो पक जाने पर गुलाबी या गहरे लाल पंग के हो जाते हैं।साथ ही चंपा के पेड़ पर फूल अप्रैल से सितम्बर और फल दिसम्बर से फरवरी तक होता है ।
More Stories
उम्मीद और आशा… संजीव मिश्रा… फर्श से अर्श की कहानी! पनोरमा के 9वी वर्ष गांठ पर..
पैट-21 हुए धांधली के खिलाफ दूसरे दिन भी जारी रहा आमरण अनशन…
नोटबंदी 2.0 – RBI का बड़ा फैसला अब नहीं छपेंगे 2000 के नोट…